लेखनी कविता - अधूरी समाप्तियाँ - बालस्वरूप राही

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अधूरी समाप्तियाँ / बालस्वरूप राही सब समाप्त हो जाने के पश्चात भी कुछ ऐसा है जो कि अनहुआ रह जाता है चलते-चलते राह कहीं चुक जाती है लेकिन लक्ष्य नहीं मिलता ...

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